Author: babum
शिव पंचाक्षर स्तोत्र,,,..
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:।। मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय। मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:।। शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय। श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:।। वषिष्ठ कुभोदव गौतमाय मुनींद्र देवार्चित शेखराय। चंद्रार्क वैश्वानर लोचनाय तस्मै व काराय नम: शिवाय:।। […]
श्री दुर्गा चालीसा:
नमो नमो दुर्गे सुख करनी,,,.. नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥ तुम संसार शक्ति लै कीना। पालन हेतु अन्न धन दीना॥ अन्नपूर्णा हुई जग […]
।।श्री राम चालीसा।। Shri ram Chalisa |
श्री रघुवीर भक्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशिदिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और नहिं होई॥1॥ ध्यान धरे शिवजी मन माहीं। ब्रह्म इन्द्र पार नहिं पाहीं॥ दूत तुम्हार वीर हनुमाना। जासु प्रभाव तिहूं पुर जाना॥2॥ तब भुज दण्ड प्रचण्ड कृपाला। रावण मारि सुरन प्रतिपाला॥ तुम अनाथ के नाथ गुंसाई। दीनन के […]
शिव तांडव स्त्रोत्म,,,..
जततवी गला ज्जाला प्रवाहा पविता स्थले, गले अवलभया लंबिताम भुजनगा तुंगा मालीकाम, दमा द्दमा दमा द्दमा निन्नाडवा डामर्वायं, चकरा चंदा ठांडवाँ थानोट्ू ना शिवा शिवम.आता कटहा संभ्रमबरमा निल्लिंपा निरज़ारी, विलोला वीचि वल्लरि विराजा माना मूर्धनी, धागा धागा दागा ज्ज्वला लालता पत्ता पवके, किशोरा चंद्रा शेकरे रती प्रति क्षनाम मामा.डरा दरेन्द्रा नंदिनी विलसा भंधु भंडूरा, स्फुरदीगणठा […]
जय जय श्री शनिदेव:श्री शनि चालीसा:
श्री शनि चालीसा: दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज।करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज॥ जयति जयति शनिदेव दयाला।करत सदा भक्तन प्रतिपाला॥ चारि भुजा, तनु श्याम विराजै।माथे रतन मुकुट छबि छाजै॥ परम विशाल मनोहर भाला।टेढ़ी दृष्टि […]
जय जय श्री शनिदेव: आरती:
शनि आरती: जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी। सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥ जय जय श्री शनि देव…. श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी। नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय जय श्री शनि देव…. क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी। मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥ जय जय श्री शनि देव…. मोदक मिष्ठान […]
श्री रामचंद्र जी की आरती:
श्रीरामचंद्र कृपालु भजु मन,,,.. श्रीरामचंद्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणं| नवकंज लोचन, कंजमुख कर, कंज पद कंजारुणं|| कंदर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरज सुन्दरम| पट पीत मानहु तडित रूचि-शुची नौमी, जनक सुतावरं|| भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंष निकन्दनं| रघुनंद आनंद कंद कोशल चन्द्र दशरथ नंदनम|| सिर मुकुट कुंडल तिलक चारू उदारु अंग […]
हनुमानजी की आरती:
आरती कीजै हनुमान लला की,,,.. आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ क आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।। अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए। लंका सो कोट […]
नव दुर्गा माँ:
माँ दुर्गा के ९ रूप शैलपुत्री ब्रह्मचारिणी चन्द्रघंटा कूष्माण्डा स्कंदमाता कात्यायनी कालरात्रि महागौरी सिद्धिदात्री । । या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: । । नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः। नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियताः प्रणता स्मरताम। ॥1॥ रौद्रायै नमो नित्ययै गौर्य धात्र्यै नमो नमः। ज्योत्यस्त्रायै चेन्दुरुपिण्यै सुखायै सततं नमः […]